गोपाल कांडा गीतिका शर्मा (Geetika Sharma) सुसाइड केस से बरी हो गए हैं. गोपाल कांडा (Gopal Kanda), हरयाणा के कद्दावर नेता, भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री, और बिजनेसमैन को दिल्ली कोर्ट ने गीतिका शर्मा सुसाइड केस में बरी कर दिया है. क्या है ये मैटर आइये जानते हैं.
दरसल बात है 11 साल पहले की जब गोपाल कांडा (Gopal Kanda) की भारतीय राजनीती में तूती बोलती थी, खैर आज भी बोलती है. काफी ऊंची जान पहचान थी और रियल एस्टेट से बहुत पैसा बनाया था. पॉलिटिक्स भी ज्वाइन की. गोपाल कांडा काफी साधारण परिवार से तालुक्कात रखते थे हालाँकि उनके पिताजी ने एक बार general elections भी लाडे थे. गोपाल की पहचान हुई हरयाणा के नेता ओम प्रकाश चौटाला से, (ओम प्रकाश चौटाला किसी पहचान के मोहताज नहीं है, उनके बारे में विस्तार से जानेंगे किसी और दिन).

गोपाल के सम्बन्ध चौटाला के साथ-साथ तारा बाबा नाम के एक आध्यात्मिक गुरु से भी थे. धीरे-धीरे गोपाल सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए और देखते ही देखते एक इलेक्ट्रीशियन, जूते की दुकान के मालिक, रियल एस्टेट ब्रोकर, उद्योगपति, कार डीलर के साथ-साथ एक एयरलाइन कंपनी के मालिक भी बन गए. अपने रियल एस्टेट सफर के दौरान वो पहले एक ब्रोकर बने, फिर डेवलपर बने और भारतीय रियल एस्टेट कानून का भरपूर फायदा उठाया. गोपाल कांडा का पदार्पण राजनीती की दुनिया में भी हुआ और यहाँ भी उन्होंने खूब नाम कमाया।
उनकी एयर लाइन्स कंपनी का नाम था MDLR Airlines. और यहीं से उनके पतन की कहानी शुरू हुई. उन्होंने एमडीएलआर एयरलाइंस में हो रहे घाटे की वजह से और 2008 के टैक्स छापे का सामना करने के बाद 2009 में परिचालन निलंबित कर दिया गया, जिसमें कई कर्मचारियों को दोषी ठहराया गया था। एयरलाइन अक्टूबर 2010 में अमीरात एयरलाइंस का हिस्सा बन गई।
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गीतिका शर्मा सुसाइड केस (Geetika Sharma Suicide Case)
बात है 5 अगस्त 2012 की जब एमडीएलआर एयरलाइन की पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा (Geetika Sharma) ने अपने अशोक विहार स्थित घर पर आत्महत्या कर ली थी। गीतिका ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा। उसने कांडा और एयरलाइन्स की सीनियर मैनेजर अरुणा चड्ढा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। गीतिका ने यह भी आरोप लगाया कि कांडा का “एक अन्य महिला अंकिता के साथ अवैध संबंध था, जिससे उसका एक बच्चा भी है”।

गीतिका ने अपने सुसाइड लेटर में लिखा, “आज मैं अपने आप को खत्म कर रही हूं, क्यों कि मैं अंदर से टूट गई हूं. मेरे विश्वास टूट गया है और मेरे साथ धोखा किया गया. मेरी मौत के लिए दो लोग गोपाल कांडा (Gopal Kanda) और अरुणा चड्ढा जिम्मेदार हैं. दोनों ने मेरे विश्वास को तोड़ा और अपने फायदे के लिए मुझे इस्तेमाल किया. इन लोगों ने मेरे जीवन को बर्बाद कर दिया और अब ये लोग मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इन दोनों को इन गलत काम के लिए सजा मिलनी चाहिए.”
गीतिका ने अपने सुसाइड लेटर में यह भी आरोप लगाए कि आत्महत्या से पहले कांडा ने एमिरेट्स को एक पत्र भेजा था जिसमें कहा गया था गीतिका एक गरीब कर्मचारी थी और उसने ऋण नहीं चुकाया था, जबकि गीतिका के परिवार ने कहा कि उसने कई पहचानों का उपयोग करके उसे धमकी भरे ई-मेल भेजे थे। कांडा ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि उन्होंने शर्मा को एमबीए पाठ्यक्रम में प्रायोजित करके प्रोत्साहित किया था।

गीतिका ने इस कंपनी में बहुत जल्दी तरक्की की. एक के बाद एक प्रमोशन मिलने लगा। गीतिका (Geetika Sharma) का जन्मदिन भी फार्म हाउस में गोपाल कांडा ने धूमधाम से मनाया पर फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि गीतिका, कांडा और उसकी कंपनी दोनों से दूर चली गई. उसने दुबई में नौकरी कर ली. पर कांडा ने उसे दिल्ली वापस आने पर मजबूर कर दिया. दिल्ली आने के बाद भी कांडा ने गीतिका का पीछा नहीं छोड़ा। गीतिका धीरे-धीरे परेशान होने लगी और इसी वजह से उसका दम कुछ इस कदर घुटने लगा कि उसने आत्महत्या कर ली.
दिल्ली पुलिस ने कांडा (Gopal Kanda) को आत्महत्या के लिए उकसाने, आपराधिक साजिश और आपराधिक धमकी देने और झूठे इलेक्ट्रॉनिक संदेश भेजने सहित कईं आरोपों के साथ उनके सहयोगी अरुणा चड्ढा को हिरासत में ले लिया।

15 फरवरी 2013 को गीतिका की मां अनुराधा शर्मा ने भी आत्महत्या कर ली थी. उसने अपनी बेटी जैसा ही तरीका चुना और उसी स्थान पर एक सुसाइड नोट भी छोड़ा। इस पुरे घटनाक्रम के दौरान कांडा 18 महीने जेल में रहे. 25 जुलाई 2023 को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने, कांडा को सह-अभियुक्त अरुणा चड्ढा को बरी कर दिया।
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